कितना कारगर रहा IPL 2023 में इंपैक्ट प्लेयर का नियम, इन आंकड़ों से समझ लीजिए

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नई दिल्ली: चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाज तुषार देशपांडे आईपीएल-16 में 21 विकेट लेकर सीजन के छठे श्रेष्ठ गेंदबाज रहे। सीएसके की ओर से सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले इस पेसर ने हालांकि 9.92 की इकॉनमी से रन भी लुटाए। सीजन के टॉप-20 गेंदबाजों में तुषार की इकोनॉमी सबसे खराब रही, लेकिन उनके कप्तान एमएस धोनी उनकी इस खामी को लेकर ज्यादा परेशान नहीं थे। तुषार ने एक इंटरव्यू में बताया, ‘एक बार मैंने अच्छी गेंदबाजी नहीं की तो धोनी मेरे पास आए और कहा कि नए इम्पैक्ट नियम के आने से 200+ टोटल न्यू नॉर्मल होगा।’ तुषार का यह बयान धोनी के क्रिकेटिंग समझ की झलक है जिसकी बदौलत उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स को पांचवीं बार चैंपियन बनाया।

कुल 12-12 प्लेयर के साथ खेले
टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लेकर फैंस और प्लेयर्स के मन में कई सवाल थे। लेकिन लीग शुरू होने के करीब एक हफ्ते बाद तक लगभग सभी टीमें इस नए नियम को लेकर सहज हो चुकी थीं। इस नए नियम को लेकर सभी ने के ही स्ट्रैटिजी को अपनाया। पहले बैटिंग करते हुए टीमें एक अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ उतरीं और बॉलिंग के दौरान उस बल्लेबाज की जगह एक बॉलर को शामिल किया।

इसी तरह यदि पहले बॉलिंग चुनी है तो वे एक अतिरिक्त बोलर के साथ उतरे और फिर उसे किसी बल्लेबाज से बदल दिया। लेकिन कभी कभी कुछ टीमों ने कुछ अलग तरीका अपनाया। एक तरीके से टीमें 12-12 प्लेयर के साथ मुकाबला खेलने उतर रही थीं।

पिछले साल से दोगुनी बार
वह इम्पैक्ट प्लेयर का नया नियम ही था जिसकी वजह से इस बार कई हाई स्कोरिंग मैच देखने को मिले। इस सीजन कुल 37 बार टीमों ने 200 प्लस का टोटल खड़ा किया। पिछले सीजन 18 बार टीमों ने 200 प्लस के टोटल बनाए थे, जोकि तब एक रिकॉर्ड था। इस सीजन आईपीएल का यह रेकॉर्ड दोगुना हो गया। इस सीजन रनों की रफ्तार भी तेज रही। इस सीजन 8.99 रन प्रति ओवर की रफ्तार से रन बने। 2018 में 8.64 रन प्रति ओवर की रफ्तार से रन बने थे, जो इस सीजन की शुरुआत से पहले किसी एक सीजन रन बनने की सबसे तेज रफ्तार थी।

होमग्राउंड पर मिली हार
शायद वह इम्पैक्ट प्लेयर का नियम ही रहा जिसकी वजह से होम ग्राउंड का एडवांटेज टीमें नहीं उठा सकीं। कुल 69 लीग मैचों में से 27 बार ही होम टीम मैच जीतने में सफल रही। इस सीजन होम टीम का विनिंग पर्सेंट 39.1 का रहा जो कि आईपीएल के किसी भी एडिशन के मुकाबले सबसे कम रहा। केवल मुंबई इंडियंस, चेन्नै सुपरकिंग्स और गुजरात टाइटंस की टीमों का होम ग्राउंड पर जीत-हार का रेकॉर्ड बेहतर रहा। होम ग्राउंड पर सबसे खराब प्रदर्शन सनराइडर्स हैदराबाद और पंजाब किंग्स का रहा, जिन्होंने सात में से सिर्फ एक मैच जीते।

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