विक्रमादित्य व शालिवाहन : भारतीय परंपरा के दो अस्पष्ट किरदार व उनके संवत्
विक्रमादित्य व शालिवाहन : भारतीय परंपरा के दो अस्पष्ट किरदार व उनके संवत्
~कृष्णकांत पाठक
भारतीय परंपरा में वर्ष का बदलाव होने को है। भारतीय परंपरा...
स्वामी विवेकानन्द की दृष्टि में राष्ट्र की रीढ़..!
स्वामी विवेकानन्द की दृष्टि में राष्ट्र की रीढ़..!
~कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल
स्वामी विवेकानन्द ने भारत के उस मर्म को छुआ जो कालखण्ड के प्रहार से पथभ्रष्ट...
सवा लाख से एक लड़ाऊँ ; चमकौर को याद करने के दिन
सवा लाख से एक लड़ाऊँ ; चमकौर को याद करने के दिन
~विजय मनोहर तिवारी
अंग्रेजी कैलेंडर में दिसंबर का महीना भारत के संघर्षपूर्ण इतिहास की...
बहुत अखरेगा शब्द ऋषि चिंतामणि मिश्र का महाप्रस्थान..!
बहुत अखरेगा शब्द ऋषि चिंतामणि मिश्र का महाप्रस्थान..!
~कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल
पाँच दिसम्बर की सुबह एक झकझोर देने वाला समाचार लेकर आई कि—चिंतामणि मिश्र जी अनंत...
लव जिहाद का आतंक ; सबके अपने आफताब..!
लव जिहाद का आतंक ; सबके अपने आफताब...!
~विजय मनोहर तिवारी
मेरठ के पास लोइया गांव में जून 2019 में एक दिन हाथ और सर कटी...
अरण्य संस्कृति के सांस्कृतिक अग्रदूत..!
अरण्य संस्कृति के सांस्कृतिक अग्रदूत..!
~कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल
भारत वर्ष के पूर्व से पश्चिम -उत्तर से दक्षिण चारों दिशाओं में निवासरत जनजातीय समाज अपनी बहुरंगी-अनूठी सांस्कृतिक...
रावण भक्ति का बढ़ता अधर्म
रावण भक्तों ने मण्डोर को रावण पत्नी मन्दोदरी का स्थान मान कर दोनों की पूजा आरम्भ कर दी है। मन्दसौर के भी कुछ लोग...
क्या स्वास्तिक के बारे में आप इतना कुछ जानते हैं ..? ?
क्या स्वास्तिक के बारे में आप इतना कुछ जानते हैं ?
स्वस्तिक अत्यन्त प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में मंगल और शुभता का प्रतीक माना...
भारत की शिंडलर्स लिस्ट…!
भारत की शिंडलर्स लिस्ट...!
~ विजय मनोहर तिवारी
यहूदियों के नरसंहार पर केंद्रित ‘शिंडलर्स लिस्ट’ अकेली और अंतिम फिल्म नहीं है, जिसने जातीय घृणा से लबालब...
गोस्वामी तुलसीदास जी…!
गोस्वामी तुलसीदास जी...!
"मातु-पिता जग जाय तज्यो ,
विधिहू न लिखी कछु कछु भाल भलाई ।
नीच , निरादर-भाजन , कादर ,
कूकर टूकन लागि ललाई ।।"
यह कवितावली...