चित्रकूट की राम कहानी ; जहाँ आकर सत्ता भी पदकंदुक बनकर रह गई थी!

चित्रकूट की राम कहानी ; जहाँ आकर सत्ता भी पदकंदुक बनकर रह गई थी! -जयराम शुक्ल कामदगिरि की परिक्रमा और रामनाम के जाप के साथ नेता...

मनुष्य मरणधर्मा हैं, मगर मनुष्यता न मरे…!

मनुष्य मरणधर्मा हैं, मगर मनुष्यता न मरे...! ―डॉ.विवेक चौरसिया संसार के सारे धर्मावलंबियों में हिन्दू गज़ब हैं। इसलिए कि उनके पास जीवन से जुड़े गूढ़ प्रश्नों...

सवा लाख से एक लड़ाऊँ ; चमकौर को याद करने के दिन

सवा लाख से एक लड़ाऊँ ; चमकौर को याद करने के दिन ~विजय मनोहर तिवारी अंग्रेजी कैलेंडर में दिसंबर का महीना भारत के संघर्षपूर्ण इतिहास की...

रावण भक्ति का बढ़ता अधर्म

  रावण भक्तों ने मण्डोर को रावण पत्नी मन्दोदरी का स्थान मान कर दोनों की पूजा आरम्भ कर दी है। मन्दसौर के भी कुछ लोग...

राजा राम

राजा राम ― अभिजीत सिंह 'भारत भूमि' पर 'पृथु' से लेकर 'हरिश्चंद्र', 'मान्धाता' और 'रघु' से लेकर 'श्रीकृष्ण' और 'युधिष्ठिर' तक जितने राजा हुये उनकी संख्या...

कबीर के राम

“ कबीर के राम ” ―डॉ.राजेन्द्र कुमार सिंघवी   कबीर भया है केतकी, भँवर भये सब दास । जहाँ-जहाँ भक्ति कबीर की, तहँ-तहँ राम-निवास ।। अर्थात् कबीर के ‘राम’...

महर्षि वाल्मीकि

महर्षि वाल्मीकि आनन्द-रामायण के राज्यकाण्ड में भगवान् श्रीराम के दरबार में बैठे हुए वाल्मीकि ऋषि से देवगुरु बृहस्पति ने पूछा -- "आपने रामावतार होने से...

तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्!

तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्! -जयराम शुक्ल ......................................... श्रीमद्भागवत् गीता, योग, वन्दे मातरम् या राष्ट्रीय स्वाभिमान से जुड़े इन्ही जैसे अन्य विषयों की चर्चा छिड़ती है तो अपने...

दुर्गा मैय्या प्रकृति के शौर्य और सौंदर्य की प्रतीक ; माता पहाड़ावाली की...

दुर्गा मैय्या प्रकृति के शौर्य और सौंदर्य की प्रतीक माता पहाड़ावाली की भी कुछ सुनिए! -जयराम शुक्ल चौतरफा भक्ति भाव का वातावरण है। इन नौ दिनों सभी...

मानसिक स्वास्थ्य की परवाह क्यों नहीं…?

मानसिक स्वास्थ्य की परवाह क्यों नहीं? ~कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल  विश्व के बदलते हुए परिदृश्य के साथ ही अनेकानेक संकटों से समाज जूझ रहा है।स्वास्थ्य सुविधाओं की...
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