सतना 9 जुलाई । जेपी भिलाई सीमेंट के मजदूरों की वापसी को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहे अनशन को लेकर राजनीति फिर गर्माई है। पहले भी इस मुद्दे पर इशारों- इशारों में सियासी निशाने साधे जाने के बीच अब सांसद गणेश सिंह ने विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा पर सीधा हमला बोला है। हालांकि अंदाज नसीहत भरा है लेकिन सांसद ने आंदोलन के उद्देश्य और ईमानदारी पर सवाल उठा दिए है लिहाजा काउंटर अटैक विधायक ने भी किया है। विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने कहा कि मामला इसलिये नहीं निपट रहा क्योंकि प्रशासन को सांसद ने ही रोक रखा है। विधायक और सांसद के बीच बयानों के ये तीर जेपी सीमेंट के खिलाफ चालू आंदोलन के दौरान दूसरी बार चले हैं । दोनो अलग अलग दलों से है लिहाजा इसे राजनीति से जोड़ कर देखा जा रहा है।
पहले भी इशारों में सधे थे निशाने
गौरतलब है कि सांसद गणेश सिंह ने अभी पिछले दिनों ही एक बयान जारी कर जेपी भिलाई सीमेंट प्लांट में हड़ताल को अनुचित बताया था और कहा था कि श्रमिको का भला हड़ताल से नही फैक्ट्री चलने से होगा। सांसद के इस बयान के कुछ घंटों के अंदर ही विधायक ने श्रम विभाग के अधिकारियों और प्रबंधन के लोगों के साथ हुई त्रिपक्षीय वार्ता के दौरान सांसद के बयान पर पलट वार किया । हालांकि विधायक ने नाम किसी का नही लिया लेकिन इशारों में ही कहा कि वो फैक्ट्री के रहम पर आश्रित नही है। उनके किसी परिजन को न तो फैक्ट्री में नौकरी चाहिए और न ही उनका कोई कारोबार फैक्ट्री में चलता है। वो श्रमिको के साथ हैं और रहेंगे।
सांसद ने इरादे की ईमानदारी पर उठाये सवाल
सांसद गणेश सिंह ने अपने जारी एक बयान में कहा है कि जेपी बाबूपुर कंपनी के मजदूरों को लेकर जो हड़ताल चल रही है, इस पर लगातार जिला प्रशासन ने कई बैठके तीनों पक्षों को बुलाकर कई घंटों तक की है, फिर भी हल नहीं निकला, इसकी क्या वजह है, यदि समस्या का समाधान करने का इरादा इमानदारी से है तो हल निकालना चाहिए। प्रशासन का पक्ष प्रबंधन और मजदूरों के प्रतिनिधियों के बीच वार्तालाप कराकर समस्या का हल निकालने के लिए व्यवस्था देना है जो प्रशासन ने लगातार दिया है। रहा सवाल प्रबंधन का उन्होंने भी स्थाई श्रमिकों को काम पर वापस ले लिया जो अन्य ठेके के श्रमिक हैं उन्हें भी काम देने का वादा कर रहे हैं।
नसीहत भी दी कहा – जिद की राजनीति ठीक नहीं
सांसद ने नसीहत भरे अंदाज में कहा , जैसा कि अखबारों में खबर आ रही है, अब ऐसी स्थितियों में हड़ताल का नेतृत्व करने वाले पर प्रश्न उठता है उनकी मंशा क्या है, इससे साफ जाहिर होता है कि मामले को हल करने के बजाय प्रोपेगेंडा करके सस्ती लोकप्रियता हासिल करना है। सांसद श्री सिंह ने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि को जिद पर अड़े रहने की राजनीति नहीं करनी चाहिए, बल्कि समस्या का हल निकालने की दिशा में काम करना चाहिए, यह समय आंदोलन तथा भूख हड़ताल का नहीं बल्कि कोरोना महामारी के संकट में उत्पन्न समस्याओं के हल निकालने का है।
विधायक का काउंटर अटैक बोले – सांसद नही चाहते मजदूरों की वापसी
विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने भी सांसद गणेश सिंह पर काउंटर अटैक किया है। विधायक ने कहा स्वार्थ कैसे सिद्ध करते है यह बात सांसद से बेहतर कौन जानता है। उन्होंने ने ही प्रशासन को रोका है ताकि मजदूरों की वापसी न हो सके और उनके लोगों को काम मिलता रहे। गौरतलब है कि विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा कलेक्ट्रेट के सामने आमरण अनशन पर बैठे हैं।
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