सतना 29 जुलाई बुधवार। विंध्य क्षेत्र के उचेहरा के पोड़ी गांव से चार राज्यों में गांजा और शराब की तस्करी का नेटवर्क ऑपरेट करने वाले कुख्यात तस्कर अनूप जायसवाल उर्फ जस्सा की प्रॉपर्टी पर प्रशासन का बुलडोजर चलना शुरू हो गया है। कानपुर मॉडल पर काम करते हुए सतना पुलिस ने जस्सा के बड़े साम्राज्य का हिस्सा रहीं बिल्डिंगों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। बुधवार की सुबह प्रशासन और पुलिस की टीमो ने पोड़ी गांव में जस्सा की बिल्डिंग तोड़ दी। उसका साम्राज्य पोड़ी गांव में सरकारी आराजी नम्बर 1091 में बसा हुआ था। सड़क के दोनो किनारो की बड़ी आराजी में जस्सा ने बिल्डिंगें बनवा कर किराए पर दे रखी थीं। बुधवार की सुबह एसडीएम नागौद आईएएस दिव्यांक सिंह, प्रोवेशनर आईपीएस एवं डीएसपी हेड क्वार्टर श्रीमती हितिका वासल,तहसीलदार आरपी तिवारी, अजय राज सिंह,नायब तहसीलदार डॉ शैलेन्द्र बिहारी शर्मा,राजस्व निरीक्षक राजेश तिवारी, टीआई नागौद आरपी सिंह, टीआई जसो केपी त्रिपाठी एवं उचेहरा थाना प्रभारी ने प्रशासन और पुलिस की टीम के साथ पोंड़ी में ऑपरेशन जस्सा शुरू कर दिया
पोड़ी में सबसे पहले निशाने पर वह बिल्डिंग ली गई जिसे जस्सा ने किराए पर दे रखा था।इस बिल्डिंग में प्रदीप जायसवाल नाम का शख्स स्कूल चला रहा था। कानपुर मॉडल पर शुरू हुई कार्यवाही के दायरे में वो बिल्डिंगें भी आई जो थी तो सरकारी लेकिन उन पर कब्जा जस्सा ने कर रखा था। राशन दुकान के लिए बना भवन भी जस्सा के कब्जे में ही था।
गौरतलब है कि सतना पुलिस को जस्सा ने तीन दिन पहले 5 अन्य साथियों समेत पकड़ा था। जस्सा के भोपाल के अलकापुरी से पकड़े जाने की खबरों के बीच सतना पुलिस ने उसे मैहर के रामपुर पहाड़ क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में पकड़ने का दावा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया है। जस्सा और उसके साथियों के पास से सतना पुलिस ने 2 करोड़ 12 लाख रुपये की नगदी, चार लग्जरी वाहन ,पिस्तौल ,रिवाल्वर और साढ़े 9 लाख रुपये के मूल्य का गांजा भी बरामद किया था।
बगल में वन नाका फिर भी बन रहा था मकान
पोड़ी में शासकीय रिकार्ड में दर्ज वन भूमि पर भी जस्सा का बड़ा कब्जा था। उसने पोड़ी में पहाड़ के ठीक सामने एक आलीशान मकान का निर्माण वन भूमि पर शुरू कराया था। इस निर्माणाधीन मकान के बगल में वन रक्षक नाका पोड़ी भी है लेकिन वन विभाग अपनी बगल की जमीन भी नही बचा पाया। जस्सा का सरकारी सिस्टम के अंदर नेटवर्क का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है।
सरकारी जमीन पर काम्प्लेक्स,ढहाई गई पिता की किराना दुकान
जस्सा के पोड़ी गांव में फैले साम्राज्य में तमाम दुकानें सरकारी जमीन पर बनी हुई थीं। सड़क किनारे से लेकर वन भूमि तक फैले भूखंड पर उसने मार्केट बना रखा था। इस काम्प्लेक्स में जस्सा के पिता की भी इलाके की सबसे बड़ी किराना दुकान थी । यह काम्प्लेक्स और दुकान भी प्रशासन की जेसीबी ने ध्वस्त कर दी। लोगो को थोड़ी देर की मोहलत दुकाने ख़ाली करने के लिए दी गई थी।
अंदर से निकली सागौन की सिल्लियां
वन भूमि पर पहाड़ के सामने और वन नाके के बाजू में जस्सा जो आलीशान मकान बनवा रहा था उस मकान में सिर्फ और सिर्फ सागौन की लकड़ियों का ही इस्तेमाल किया जा रहा था । इसके लिए उसने जंगल से सागौन के कई पेड़ कटवाए थे। शॉपिंग काम्प्लेक्स के पीछे की तरफ बने एक कमरे को जब खाली किया जा रहा था तब वहां से सागौन की सिल्लियां भी भारी मात्रा में निकली। इस कार्यवाही के दौरान वन विभाग की टीम की मौजूदगी नही रही लिहाजा सवाल उठते रहे। गौरतलब है कि जस्सा ने वन नाके के बगल में वन भूमि पर कब्जा कर रखा था लेकिन वन विभाग ने कभी उसका पीओआर नही काटा। क्षेत्रीय लोग बताते हैं कि वन अमले में भी उसकी पैठ पुलिस ,राजस्व और आबकारी की ही तरह गहरी थी।